बीकानेरराजस्थान

बीकानेर में 251 ब्राह्मण, 25 यज्ञ कुंड, 10 हजार दुर्गा के पाठ = अयुतचंडी महायज्ञ

बीकानेर,  राजस्थान के बीकानेर में पर्यावरण शुद्धिकरण, जनमानस कल्याण के उद्देश्य से अयुतचंडी महायज्ञ का आयोजन 25 जनवरी से 2 फरवरी तक किया जाएगा। इस नौ दिवसीय महायज्ञ में 25 यज्ञकुंड में 251 ब्राह्मणों द्वारा 10 हजार दुर्गा के पाठ किए जाएंगे। यह जानकारी आचार्य मक्खनलाल शास्त्री, मुख्य आचार्य गौरीशंकर पुरोहित, विजयशंकर व्यास व समाजसेवी शिवकुमार व्यास (कम्मू महाराज) ने गुरुवार को एक पत्रकार सम्मेलन में छोटीकाशी डॉट कॉम को दी। उन्होंने बताया कि महायज्ञ में 75 विद्वान बीकानेर के बाहर से आ रहे है। इसके लिये 24 जनवरी को श्रीधरजी महाराज व पुण्यानंद जी महाराज के सानिध्य में शोभायात्रा निकलेगी, जो शहर के बिस्सा चौक स्थित द्वारिकाधीश मंदिर से शुरु होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई महायज्ञ स्थल महानंद जी मंदिर परिसर पहुंचेगी। व्यास ने बताया कि महायज्ञ स्थल के चारों और चार वेदों के नाम से द्वार बनाए गये है। इनमें ऋग्वेद और अथर्ववेद पर पुरी से आए ब्राह्मण तथा यजुर्वेद व सामवेद पर अयोध्या से आए ब्राह्मण मंत्रोचारण से पाठ करेंगे। इसके अलावा कुण्ड आचार्य के रूप में त्रिविक्रम व्यास, ब्रह्माचार्य रमेश सूरा तथा दृष्टा के रूप में डॉ योगेश व्यास पीठासीन रहेंगे। महायज्ञ को लेकर यज्ञ कुण्डियों का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। साथ ही देवी शक्ति की प्रतिमाओं का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। गौसेवी पदमाराम कुलरिया, पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी की प्रेरणा से हो रहे इस अयुतचंडी महायज्ञ के लिये एक आयोजन समिति का निर्माण किया गया है। जिसमें 93 वर्षीय पं नथमल पुरोहित, राष्ट्रीय संत लालबाबा, पं. जुगल किशोर ओझा ‘पुजारी बाबा’ और लखनऊ से संस्कृत के प्रोफेसर आचार्य अरविन्द पांडे के संरक्षण में कन्हैयालाल कल्ला, देवकिशन चांडक, राजेश चूरा, खुंडा महाराज व गिरधर रंगा को शामिल किया गया है। इस सम्बन्ध में प्रचार-प्रसार के लिए एक पोस्टर का भी लोकार्पण किया गया।

 

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