युद्धाभ्यास के दौरान सनसिटी जोधपुर की कायलाना झील में डूबे कैप्टन अंकित गुप्ता का शव आखिरकार 6 दिन बाद मिल गया है. उनके शव की तलाश के लिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के करीब 200 जवान जुटे हुए थे. छह दिन की कड़ी मशक्कत के बाद जवानों को झील में अंकित गुप्ता का शव खोजने में सफलता मिली है.
10 पैरा स्पेशल फोर्स के कैप्टन अंकित गुप्ता गत 7 जनवरी को किये जा रहे युद्धाभ्यास के दौरान हादसे का शिकार हो गये थे. युद्ध अभ्यास के दौरान 10 पैरा स्पेशल फोर्स के कैप्टन अंकित गुप्ता समेत कुछ जवान हेलीकॉप्टर से नीचे उतरने का अभ्यास कर रहे थे. इस दौरान कैप्टन अंकित समेत 5 कमांडो हेलीकॉप्टर से कायलाना झील में कूदे थे. इनमें से चार कमांडो बाहर निकल आए, लेकिन कैप्टन अंकित गुप्ता बाहर नहीं निकल पाये. उसके बाद सेना ने उनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था.
28 मार्कोस कमांडो भी सर्च ऑपरेशन में शामिल थे
इसके लिए बड़ी संख्या में सेना के जवानों के साथ एनडीआरएफ की टीम और गोताखोर जुटे हुए थे. लेकिन हादसे के तीन दिन तक उनका शव नहीं मिलने पर दिल्ली मुख्यालय ने रविवार को नेवी के 8 मार्कोस कमांडो को सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए जोधपुर भेजा. लेकिन फिर भी अंकित गुप्ता कहीं पता नहीं चल पाया. इस पर मंगलवार को 20 मार्कोस कमांंडो और जोधपुर पहुंचे थे.
बड़ी शिद्दत से कैप्टन की तलाश में जुटे थे जवान
28 मार्कोस कंमाडो समेत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के करीब 200 जवान उनकी तलाश में कायलाना झील का कोना-कोना छान रहे थे. आखिरकार मंगलवार को दोपहर में उनका शव झील की गहराई में मिला है. कैप्टन की तलाश कर रहे सेना के जवान बिना निवाला खाये कायलाना झील में उनकी तलाश में जुटे थे. वे केवल चाय बिस्किट खाकर सर्च ऑपरेशन चला रहे थे.
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