चूरू। चूरू के एक युवक के साथ सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर 4.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी का सदर थाने में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार रजत शर्मा निवासी चूरू ने रिपोर्ट दी कि उसकी संजय पुत्र उमाराम मेघवाल निवासी थैलासर से पहचान थी। अगस्त 2018 में संजय के घर हितेंद्र पुत्र रणवीर राजपूत निवासी जयपुर आया हुआ था तो उससे भी जानकारी हो गई। हितेंद्र केंद्रीय राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ से जानकारी का हवाला देते हुए सरकारी नौकरी लगाने की बात कर रहा था। उसे भी 4.50 लाख रुपए में एलडीसी भर्ती परीक्षा में चयन कराने की बात कही। दो सितंबर 2018 को हितेंद्र व उसकी पत्नी सोनिया चूरू आए तो साढ़े चार लाख रुपए दे दिए। उसके साथ कोचिंग करने वाले प्रेम, कन्हैयालाल ने भी आरोपियों को रुपए दिए। आरोपी ने कहा कि उसे केवल परीक्षा में बैठना है, बाकी काम वह करा देगा।
नौ सितंबर 2018 को वह जयपुर केंद्र पर परीक्षा देने गया तो आरोपी का भाई कुलदीप उसे लेकर गया। अक्टूबर 2018 में आरोपी चूरू आया और केंद्रीय राज्य मंत्री के हस्ताक्षर युक्त एक पत्र की फोटोकॉपी देकर गया। 2019 में परिणाम आया तो चयन नहीं हुआ। आरोपी को रुपए देने वाले अन्य युवकों का भी चयन नहीं हुआ। आरोपी ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उससे साढ़े चार लाख रुपए ले लिए। उसने आरोपी से साढ़े चार लाख रुपए वापस मांगे, तो देने से इनकार कर दिया
सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी
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