कोटा में एक पुरुष व एक महिला द्वारा शरीर में चुम्बकीय शक्ति पैदा होने का दावा किया गया था। दावे की पड़ताल के लिए देर रात CMHO की टीम दोनों के घर पहुंची। CMHO के निर्देश पर डॉ. विजय जैन व नर्सिंग ट्यूटर मुकेश धाकड़ ने मौके पर जाकर बारीकी से पड़ताल की। उन्होंने बार बार सज्जन सिंह के सिक्के, छोटी कैंची सहित अन्य लोहे व स्टील के आइटम चिपकाकर देखे।
CMHO डॉ बीएस तंवर ने बताया कि पड़ताल में हल्के वजन की वस्तुएं जैसे कि एक या दो रुपए के स्टील के सिक्के कुछ देर के लिए पसीने की वजह से शरीर पर चिपक रहे हैं। लेकिन, भारी चीजें जैसे कैची या लोहे के अन्य आइटम थोड़े से भी समय के लिए नहीं टिक पा रहे थे। जांच टीम के मुताबिक सज्जन सिंह को उनको शरीर पर टिकाए रखने के लिए संतुलन बनाना पड़ रहा था।

CMHO ने दोनों के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अगर मैग्नेटिक इफ़ेक्ट होगा तो केवल लोहे की चीजें शरीर पर चिपकेंगी स्टील की नहीं। शरीर पर पसीने की वजह से हल्के भार की वस्तुओं का कुछ देर के लिए चिपकना सामान्य वैज्ञानिक प्रक्रिया है। टीम द्वारा दोनों शिकायतकर्ताओं और उनके पड़ोसियों को समझा दिया गया। वैक्सीनेशन का इन चीजों से कोई संबंध नहीं है बिना हिचक बिना डरे वैक्सीन लगवाएं।