फूलनाथ महादेव मन्दिर
भुट्टों का बास स्थित फूलनाथ महादेव मन्दिर लगभग 500 वर्ष से अधिक पुराना बताया जाता है। यह मन्दिर मूंधड़ा परिवार द्वारा बनवाया गया था। श्रावण मास में शिवभक्तों की भीड़ रहती है। मन्दिर परिसर में बरखानाथ जी की जीवित समाधि और फूलनाथ जी की समाधि उपस्थित है। मन्दिर परिसर में विशाल तालाब भी है। तालाब के आगोर में अवैधकब्जे हेने से जलभराव में रूकावट आती है। माघ बदी छठ को फूलनाथ जी की बरसी मनाई जाती है और मेला लगता है।
बहुल-रजसे विश्वोत्पत्तौ भवाय नमो नमः
प्रबल-तमसे तत् संहारे हराय नमो नमः।
जन-सुखकृते सत्त्वोद्रिक्तौ मृडाय नमो नमः
प्रमहसि पदे निस्त्रैगुण्ये शिवाय नमो नमः।।30।।
हे भव! मैं आपको रजोगुण से युक्त सृजनकर्ता जान कर आपका नमन करता हूँ। हे हर! मैं आपको तामस गुण से युक्त, विलयकर्ता मान आपका नमन करता हूं। हे मृड! आप सतोगुण से व्याप्त सबका पालन करने वाले हैं। आपको नमस्कार है। आप ही ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश हैं। हे परमात्मा! मैं आपको इन तीन गुणों से परे जान कर शिव रूप में नमस्कार करता हूं।
प्रबल-तमसे तत् संहारे हराय नमो नमः।
जन-सुखकृते सत्त्वोद्रिक्तौ मृडाय नमो नमः
प्रमहसि पदे निस्त्रैगुण्ये शिवाय नमो नमः।।30।।
हे भव! मैं आपको रजोगुण से युक्त सृजनकर्ता जान कर आपका नमन करता हूँ। हे हर! मैं आपको तामस गुण से युक्त, विलयकर्ता मान आपका नमन करता हूं। हे मृड! आप सतोगुण से व्याप्त सबका पालन करने वाले हैं। आपको नमस्कार है। आप ही ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश हैं। हे परमात्मा! मैं आपको इन तीन गुणों से परे जान कर शिव रूप में नमस्कार करता हूं।