कोटा. कोरोना में लापरवाही बरतने के कारण शहर एक बार फिर लॉकडाउन की ओर चल पड़ा है। शहर के 6 इलाके सबसे ज्यादा हॉट स्पॉट बने हुए है। नए कोटा में महावीर नगर क्षेत्र कोरोना का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बनकर उभरा है। इस एक ही इलाके से अब तक डेढ़ हजार से अधिक मरीज मिल चुके है। बावजूद जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग वायरस की रोकथाम को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। इससे प्रतिदिन यहां से रोगी सामने आ रहे है। जिला प्रशासन भी लापरवाही पर लगाम नहीं कस पा रहा है। जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी कि यदि स्थिति नियंत्रण में नहीं रहती है तो इन इलाकों में लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
दरअसल, कोटा में 6 अप्रेल को भीमगंजमंडी क्षेत्र के तेलघर में पहला केस मिला था। उसके बाद भीमगंजमंडी व मक बरा कोरोना का हॉट स्पॉट बना था, लेकिन वहां जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन बनाकर वायरस रोकथाम के लिए प्रयास किए थे। उसके बाद छावनी व बालाकुंड हॉट स्पॉट बना था। इन जगहों पर भी जीरो मोबिलिटी व कफ्र्यू लगाकर घर-घर सर्वे कर मरीजों को चिहिन्त कर परिवार के सम्पर्क करने वालों के सेम्पल लेकर जांच कर उन्हें दवा व उपचार किया गया था। इससे यहां कोरोना के मरीजों की संख्या कम हुई, लेकिन महावीर नगर, केशवपुरा, दादाबाड़ी, विज्ञान नगर, तलवंडी, भीमगंजमंडी क्षेत्र लगातार पॉजिटिव मरीज मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। महावीर नगर क्षेत्र में तो अब तक 1577 से अधिक मरीज मिल चुके है। इससे यह क्षेत्र शहर का सबसे बड़ा कोरोना का हॉट स्पॉट बन चुका है। इसके बाद दूसरे नम्बर पर बोरखेड़ा है। यहां से भी अब तक 1366 से अधिक मरीज मिल चुके है।
होम आइसोलेशन में बिगड़ रही तबीयत
चिकित्सा विभाग ने कोविड सेंटर को चालू नहीं कर होम आइसोलेशन को बेहतर व्यवस्था बता रहा है, लेकिन चिकित्सा विभाग से व्यवस्था नहीं संभल रही है। मेडिकल कॉलेज मरीजों को होम आइसोलेट करता जा रहा है। वहां उपचार तो ठीक दवाइयां तक नहीं मिल पा रही है। बीते पांच दिन के आंकड़े देखे तो चिकित्सा विभाग की सुपरविजन टीमों ने 16 जनों को घरों में जाकर मरीजों को दवाइयां उपलब्ध करवाई, यानी की मरीजों को दवाइयां तक नहीं मिल पा रही है। वहीं, 7 मरीजों की तबीयत बिगड़ चुकी है। उन्हें आनन- फानन में कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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